Monday, August 4
वीर तुम बढे चलो , धीर तुम बढे चलो !!!
वीर तुम बढे चलो ,
धीर तुम बढे चलो !
सामने पहाड़ हो ,
सिंघ की दहाड़ हो ,
तुम निडर हटो नही ,
तुम निडर डटो वहीँ !
वीर तुम बढे चलो ,
धीर तुम बढे चलो !
1 comment:
Aphrodite
said...
likh likh le beta
August 5, 2008 at 1:06 AM
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1 comment:
likh likh le beta
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